एक अहेम अमल की फजीलत :
बाराह रकात नफ़्ल नमाज अदा करना
रसुलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया :
" जो शख्स एक दिन में बारा रकात नफ़्ल नमाज़ पढ़ेगा , तो इन नमाज़ों बदले में उसके लिए जन्नत में एक घर बनाया जाएगा । "
[ अबू दाऊदः १२५० , अन उम्मे हबीबा ( र.अ ) ]
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